Breaking Paridhi:बोरी की महिला ने दिया तीन बच्चों को जन्म, जच्चा बच्चा सुरक्षित
✓बोरी की महिला ने दिया तीन बच्चों को जन्म, जच्चा बच्चा सुरक्षित
✓दो बेटी और एक बेटे की किलकारी गूंजने से परिवार में उत्सव का माहौल
परिधि न्यूज बैतूल/ भीमपुर
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक गर्भवती महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया और तीनों ही स्वस्थ बताए जा रहे हैं। फिलहाल इन बच्चों को जन्म देने के बाद मां जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है।
जानकारी के मुताबिक भीमपुर विकासखंड के ग्राम बोरी निवासी पांसे परिवार में 1 अप्रैल को तीन बच्चों का जन्म हुआ।सुशीला पति संजू पांस को प्रसव पीड़ा होने पर एक बेटी का जन्म उनके बोरी स्थित निवास पर ही हुआ।उसके बाद भी वह दर्द से तड़प रही थी, परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भीमपुर लाया, यहां महिला ने दो और बच्चों को जन्म दिया महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे तत्काल जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। तीनों बच्चे और मां सुरक्षित है।उन्हें आईसीयू में रखा गया जहां से आज दोपहर में नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा।एक साथ तिहरी खुशियों से पांसे परिवार में उत्सव का माहौल है।बच्चो का ध्यान फिलहाल परिजन रख रहे है।
नॉर्मल से थोड़ा कम है वजन पर तीनों बच्चे सुरक्षित
सामान्य प्रसव के दौरान महिला केवल एक बच्चे की पीड़ा ही महसूस करती है,लेकिन तीन बच्चों में महिला की पीड़ा उससे अधिक होती है और डिलीवरी के दौरान और बाद में उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जानकारी के अनुसार महिला की 9 महीने के दौरान एक बार भी सोनोग्राफी नहीं हुई थी।यदि ऐसा होता तो परिवार पहले से सतर्क रहता। 2 अप्रैल को सुबह मां की हालत गंभीर होने पर उसे आईसीयू में रखा गया अब हालत सामान्य बताई जा रही है।जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर धाकड़ ने बताया कि आमतौर पर नवजात बच्चे का सामान्य वजन 2.5 माना जाता है। भीमपुर से इस केस को रेफर किया गया था। तीनों बच्चों का जन्म जिला अस्पताल आने से पहले ही हो गया था। उन्होंने बताया कि दो गर्ल चाइल्ड और एक बॉय चाइल्ड को महिला ने जन्म दिया है जिनका वजन क्रमशः 2.2, 2.4 2.3 किलो है।तीन बच्चों के हिसाब से यह वजन नॉर्मल है ।सभी सुरक्षित है। तीन बच्चों के जन्म को लोग चमत्कार भी मान रहे है।
108 एंबुलेंस से लाया जिला अस्पताल
108 एंबुलेंस के जिला प्रभारी शुभम धोटे ने बताया कि महिला की हालत गंभीर थी।उन्हें तीन बच्चों के साथ जिला अस्पताल लाया गया था। 1 अप्रैल को करीब 11 बजे रेफर किया गया और 1 बजे महिला को जिला अस्पताल में भर्ती किया।