अब टेड़ी उंगली से कोयला निकालने की तैयारी, राजस्व-भूमि से तौबा, फारेस्ट लैण्ड पर कोल- चौकड़ी की नजर..!
✓अब टेड़ी उंगली से कोयला निकालने की तैयारी, राजस्व-भूमि से तौबा, फारेस्ट लैण्ड पर कोल- चौकड़ी की नजर..!
✓रविवार की रात एक ट्राली कोयले से अवैध खनन का शुभारंभ
✓कोल माफिया सत्येन्द्र-भोपाल, लखन-नर्मदापुरम, प्रेम-बगडोना, फगन-डुल्हारा रिटर्न
परिधि वॉच बैतूल

डुल्हारा में कोयला माफिया फिर सक्रिय होने लगा लगा है। अवैध कोयला उत्खनन के लिए इस बार नए तरीके से बिसात बिछाते हुए फूंक-फूंककर कदम रखे जा रहे है। वैसे तो रविवार रात को ही कोयला खनन का शुभारंभ एक ट्राली कोयला राजस्व भूमि से निकालने के साथ हो चुका है, लेकिन इसके पहले कोल माफिया की वही पुरानी चौकड़ी कई तरह से खुद को सेफ रखने के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा संरक्षण मिले यह प्रयास कर चुकी है। अब सांठ-गांठ कितनी मजबूत हुई फिलहाल यह कहना संभव नहीं है, लेकिन सूत्रों की माने तो कोल माफिया इस बार पुख्ता तैयारी के साथ मैदान में उतरा है।
नवंबर की ठंड में गायब हुआ माफिया, अप्रैल की गर्मी में फिर तिलमिलाया
डुल्हारा एवं आसपास के क्षेत्र में कोयले का अवैध रुप से खनन वर्षों से चल रहा है। लेकिन पहला मौका था जब कोल माफिया कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा कराई गई मुहाने एवं सुरंग बंद करने की सख्त कार्रवाई के बाद करीब छह महीने तक अज्ञातवास पर था, रविवार से फिर कोलमाफिया क्षेत्र में सक्रिय हो गया है। सूत्रों के अनुसार रविवार रात को शगुन के तौर पर एक ट्राली कोयला गोलई बुजुर्ग से निकाला गया। कोयला खनन के लिए एक बार फिर पुरानी चौकड़ी सत्येन्द्र-भोपाल, लखन-नर्मदापुरम, प्रेम-बगडोना और फगन-डुल्हारा फिल्डिंग जमा चुके है।
अब राजस्व नहीं फारेस्ट लैण्ड से काला सोना निकालने की तैयारी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार कोल माफिया की चौकड़ी का पूरा ध्यान फारेस्ट लैण्ड से कोयला खनन करने का है। इसके लिए बाकायदा फिल्डिंग भी जमा ली है। ग्रामीणों को कोयला खनन के लिए फिर से भरोसे में ले लिया गया है। सूत्र बताते है कि वन विभाग के एक बड़े अधिकारी से भी व्यवहार-मुलाकात-पेशगी के बाद जंगल में दस्तक देने के लिए वन माफिया दल-बल के साथ मुहाने पर खड़ा हो चुका है। इसके अलावा करीब 15 दिन पहले अपने दो साथियों के साथ सत्येंद्र पुलिस विभाग के एक अधिकारी के चैम्बर में भी मैराथन बैठक करने के बाद मैदान में उतर चुका है। रविवार रात को जो कोयला निकाला गया वह गोलई बुजुर्ग में फगन के खेत के पीछे वाले क्षेत्र से निकाला गया है। अब देखना यह है कि कलेक्टर श्री सूर्यवंशी द्वारा डुल्हारा में दोबारा अवैध कोयला खनन किसी भी हाल में चालू न होने देने का, मुहाने एवं सुरंगे बंद करवाने के दौरान किया गया दावा कितना असरदार साबित होगा। जिस तरह से कोल माफिया फिर से सक्रिया हुआ है उससे यह कयास लगाए जा रहे है कि अबकी बार वह हार नहीं मानने वाला है।