जाने राजा के माध्यम से पंडित मिश्रा से क्या कहलवाना चाहते हैं हेमन्त!!
12 से 18 दिसम्बर तक होगी शिव पुराण कथा, रविवार को बैतूल आ जाएंगे पंडित प्रदीप मिश्रा
हेमन्त का राजा से आग्रह पंडित प्रदीप मिश्रा की बात मानते हैं लाखों भक्त ..व्यास पीठ से बस इतना कहलवा दीजिये
बैतूल।आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान जिले को प्लास्टिक और केंसर मुक्त करने के उद्देश्य से 75 दिन 75 कदम अभियान की शुरुआत करने वाले समाजसेवी, कैंसर फाइटर और वरिष्ठ खिलाड़ी बबलू हेमंतचन्द्र दुबे ने शिव कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष राजा ठाकुर के नाम लिखे एक पत्र में पंडित प्रदीप मिश्रा से धरती को प्लास्टिक मुक्त बनाने की अपील भक्तों से करवाने का अनुरोध किया है। कोसमी फोरलेन किलेदार गार्डन में 12 से 18 दिसम्बर तक आयोजित हो रही पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा को सुनने जिले और जिले के बाहर से लाखों भक्त पहुंचेगे। श्री दुबे ने ताप्ती शिव पुराण कथा समिति के अध्यक्ष से जिस पत्र के माध्यम से अनुरोध किया है वह पत्र परिधि न्यूज़ के माध्यम से प्रस्तुत है…
प्रति,
माननीय श्री राजा ठाकुर जी,
अध्यक्ष ताप्ती शिव पुराण कथा समिति ,शिव धाम किले दार गार्डन कोसमी फोर लेन बैतूल।
विषय:पंडित प्रदीप जी मिश्रा से धरती पर पोलीथीन प्लास्टिक न फेंकने के साथ उसके विवेकपूर्ण उपयोग हेतु भक्तों नागरिको से कथा के दौरान अपील करने के साथ एक सार्थक पहल हेतु निवेदन।
महोदय जी,
हम सब सौभाग्यशाली है जो आपके अथक प्रयासों से विश्व विख्यात कथाकार अपने मुखरबिंध से बैतूल की धरती पर 12 दिसम्बर से 18 दिसम्बर तक माँ ताप्ती शिवपुराण कथा करने पधार रहे हैं।पंडित जी के चरणों मे नमन है आप सभी आयोजकों सेवा देने वालों के कदमों मे सादर प्रणाम है।
जैसा की सर्व विदित है धरती की आराधना साधना ही शिव की पूजा है किन्तु दुःखी मन से यह कहना पड़ रहा हैं कि मेरे देश के नागरिकों के अविवेकपूर्ण पोलीथीन प्लास्टिक के उपयोग और सरकारों के राजस्व के लालच ने धरती मां ,गंगा মা(मेरे नगर की नदी),गौ माता साथ घर मे बैठी मेरी माँ बहनों के प्राणों के लिए संकट खड़ा कर दिया है।इस समय पंडित जी के मुख से निकली बातों का भक्त बड़ी आस्था और विश्वास से अनुसरण कर रहे हैं साथ सरकारे भी पंडित जी के विचारों को गंभीरता से लेती है ।ऐसी स्थिति में यदि आप पंडित जी से इस बात के लिए निवेदन कर सके कि भक्त नागरिक पोलीथीन प्लास्टिक को धरती पर बेरहमी से न फेंके, कपड़े की थैली के साथ चलना सीखे और अपने नगर ,गांव ,देश की धरती को पोलीथीन से मुक्ति दिलाने का कार्य शुरू करे। सरकारों से भी उनका आग्रह हो कि पोलीथीन प्लास्टिक के विकल्प पर भी गंभीरता से विचार से करें।
हम सभी धरती सेवकों को आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आप हमारी भावना को पंडित जी तक पहुचाने की अवश्य कृपा करेंगे आपके इस प्रयास से धरती मां को बचाने की सार्थक पहल पूरे देश के लिए मेरे बैतूल के लिए हो सकेगी और इस मात्र निवेदन से की बड़ी सेवा हो सकेगी ।हम सभी आपके आभारी है जो पंडित जी का आगमन बैतूल की धरती पर हो रहा है।
हमारे 75 कदम की और से सभी धरती सेवक
बैतूल
10 दिसम्बर 2022